मैं और तुम
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मेरे ईश . मेरे प्रिय !
चाहो तो
बाँध लो सुरों में
गा लो मुझे
चाहो तो
लिख लो,
पिरो लो ..
एक माला में मुझे !
संतोष कुमार 'सिद्धार्थ'
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मेरे ईश . मेरे प्रिय !
चाहो तो
बाँध लो सुरों में
गा लो मुझे
चाहो तो
लिख लो,
पिरो लो ..
एक माला में मुझे !
संतोष कुमार 'सिद्धार्थ'
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बताएं , कैसा लगा ?? जरुर बांटे कुछ विचार और सुझाव भी ...मेरे अंग्रेजी भाषा ब्लॉग पर भी एक नज़र डालें, मैंने लिखा है कुछ जिंदगी को बेहतर करने के बारे में --> www.santoshspeaks.blogspot.com .