Friday, September 30, 2011

शैतान का साया

शैतान का साया
है चंहुओर छाया
उसकी कोई...
जाति नहीं
धर्मं नहीं
न कोई क्षेत्र विशेष
न कोई रंग
मुझमें ..तुझमें..
भी हैं उसके अंश



जब भी है मन के अंदर
उबता.. अकुलाता   
जरा सा बल पाकर
भाई से लडता
पडोसी से भिड़ता
धमाके करता,
अपहरण करता
आपस की भेद-भाव बढाता


जन-मानस में
कोहराम मचाता
लोगों का क्रंदन सुनकर
खिलखिलाता.. अट्टहास करता
और ..भूल जाता
उसका भी तो घर है
बच्चे हैं
बूढी अम्मा है
जो है ताक रहे..
उसकी राह..
घर लौटने का
अपलक.. अश्रुभरी आँखों से.

Copyright@Santosh Kumar, 2011

आइये, मिल-जुल कर आपस में सद-भाव और प्रेम का संचार करें. और मन में बैठे घृणा, द्वेष, क्रोध, भ्रष्टाचार भेदभाव रूपी शैतान के अंश को दूर भगाएं.



23 comments:

  1. आइये, मिल-जुल कर आपस में सद-भाव और प्रेम का संचार करें. और मन में बैठे घृणा, द्वेष, क्रोध, भ्रष्टाचार भेदभाव रूपी शैतान के अंश को दूर भगाएं...

    Bahut hi saarthak rachna.. Aabhar..

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  2. सार्थकता के साथ साथ अर्थ लिए हुए है आपकी ये कविता ......आभार

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  3. शैतान को भगाए बिना मानवता का कल्याण असंभव है.

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  4. बहुत ही सुन्दर पोस्ट.......एक सुन्दर सन्देश के साथ.......खूबसूरत|

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  5. बहुत खूब लिखा है ... सच है शैतान का कोई चेहरा कोई धर्म नहीं होता ...

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  6. अच्छे और सुंदर विचार आपने पिरोए हैं. बहुत खूब. अपने भीतर शैतान की परख रखने से हम कई भूलों से बच जाते हैं.

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  7. yathaarth ka sateek chitran. sandeshprad rachna ke liye badhai.

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  8. शैतान का साया
    है चंहुओर छाया
    ..............
    मुझमें ..तुझमें..
    भी हैं उसके अंश
    ......... अच्छे विचारों को अभिव्यक्ति दी है आपने.

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  9. सार्थक संदेश और कर्तव्यों के प्रति सचेत करती पंक्तियाँ......

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  10. @Anil Avatar : Thank you very much.

    @Kshiteej : Thank you, Do visit again.

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  11. @Anju Chaudhary : अंजू जी धन्यवाद!! कोशिश की है लोगों को प्रेरित कर सकूँ.

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  12. @अमृता जी : सच कहा आपने, बस यही एक विकल्प है.

    @इमरान जी : धन्यवाद.

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  13. बहुत सुन्दर लगा! उम्दा प्रस्तुती!
    दुर्गा पूजा पर आपको ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनायें !
    मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
    http://seawave-babli.blogspot.com
    http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

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  14. @निर्झर नीर : शुक्रिया.

    @बबली : प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद, आपका ब्लॉग भी बढ़िया है.
    सभी पाठकों को दुर्गा-पूजा की ढेरो शुभकामनाये.

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  15. @डॉ वर्षा सिंह जी : सराहना के लिए धन्यवाद.

    @दिगंबर नासवा जी : मेरी विचार के समर्थन के लिए शुक्रिया.

    @भूषण जी : आधी समस्या तो तभी खत्म हो जाती है जब गलती करने वाले मान लें. मेरे ब्लॉग को समय देने के लिए धन्यवाद.

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  16. @जेन्नी शबनम जी : मन के विचारों को वर्तमान के सन्दर्भ में प्रस्तुत करने और समाज को सचेत करने की कोशिश की है. सराहना के लिए धन्यवाद.

    @उमेश 'महादोषी ' जी : देव और दानव सभी तो हमारे बीच से ही निकलते हैं, हम भी तो दोषी हैं की उन्हें पहचान नहीं पाते समय पर.
    ब्लॉग के अवलोकन के लिए धन्यवाद.

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  17. @ सुमन मित : शुक्रिया.
    @ तेजवानी गिरधर : धन्यवाद.
    @ अजय कुमार : सराहना के लिए धन्यवाद.

    आप सबोन को 'दुर्गा-पूजा' की शुब्कामनाए, अगले पोस्ट के लिए भी अवश्य पधारें.

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  18. bahut hi sarthak sandesh deti hui pavpurna kavita.......
    mere blog par aakar hausala badhane ke liye shukriya. faizabad side men aana hua to jaroor mulakat hogi. dhanyabad.

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बताएं , कैसा लगा ?? जरुर बांटे कुछ विचार और सुझाव भी ...मेरे अंग्रेजी भाषा ब्लॉग पर भी एक नज़र डालें, मैंने लिखा है कुछ जिंदगी को बेहतर करने के बारे में --> www.santoshspeaks.blogspot.com .