Friday, May 25, 2018

मैं और तुम 
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मेरे ईश  . मेरे प्रिय !
चाहो तो 
बाँध लो सुरों में 
गा लो मुझे
चाहो तो 
लिख लो,
पिरो लो .. 
एक माला में मुझे !

संतोष कुमार 'सिद्धार्थ'