सुनो.. मेरे भाई
भाई कुम्हार !
मेरी छोटी सी विनती
कर लो स्वीकार
भूलूँगा नहीं..
कभी तेरा उपकार
अबकी बार..
जो मिटटी लाना
दीये बनाने को
उसमें है मुझे मिलाना
और चार मुठ्ठी मिटटी
बच्चों का मन रखने को
आस्था और विश्वास
मन में हम-सबके ,
कि कुछ तो प्रभाव छोड़ेगी ..
मुठ्ठी भर पवित्र मिटटी
लाया हूँ जिसे
मस्जिद, मंदिर, गिरिजा और गुरूद्वारे से
ताकि मैं भी..
जला सकूं करोडों दीये
आत्मीयता और प्यार के,
सदाचार और सद्भाव के
मन में मेरे-तुम्हारे,
और ह्रदय में हम-सबके
मेरे कुम्हार भाई..
करना मदद मेरी ..
कि हम जला सकें दीये,
आस्था और विश्वास के.
Copyright@Santosh kumar, 2011
आप सबको पावन ज्योतिर्मय पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!!. प्रभु कृपा से आपके जीवन में उल्लास और सुख-शांति हमेशा बनी रहे .
My new post of English Blog with Diwali Greetings : Happy Diwali !!
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Photo Courtesy : Google Images
ताकि मैं भी..
ReplyDeleteजला सकूं करोडों दीये
आत्मीयता और प्यार के,
सदाचार और सद्भाव के
मन में मेरे-तुम्हारे,
और ह्रदय में हम-सबके
बहुत अच्छी रचना.. आपकी नेक इच्छा पूर्ण हो..
दीपावली की अग्रिम बधाई ..
और हाँ.. आपको मेरे साथ थोडा मजाक करने का पूरा हक़ है..
सुंदर रचना।
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनाएं......
बेहद खुबसूरत रचना
ReplyDeletekya baat hai diwali ke waqt pe kya khoobsurat rachna lagaayee hai....shubhkaamnaayein!
ReplyDeleteBahut hi sunder, bahut hi pyari, bahut hi bholi bhali rachna...iss baar bahut hi achhi...deewali me 200 - 300 deep or add hop jayenge isase..
ReplyDeleteसुन्दर पोस्ट इस पावन पर्व की बधाई हो आपको और आपके प्रियजनों को|
ReplyDelete@Atul Srivastava : शुक्रिया !, आपको भी पावन ज्योतिर्मय पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
ReplyDelete@वर्ज्य नारी स्वर : शुक्रिया !! दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
@सुरेन्द्र "मुल्हिद" : धन्यवाद. दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
deepaawali par bahut arthpurn aur bhaavpurn rachna. deepaawali kee shubhkaamnaayen.
ReplyDeleterachana achchhi hai. hamarii or se bhii hardik shubhakamnayen.
ReplyDeleteताकि मैं भी..
ReplyDeleteजला सकूं करोडों दीये
आत्मीयता और प्यार के,
सदाचार और सद्भाव के
मन में मेरे-तुम्हारे,
और ह्रदय में हम-सबके
काश यह भावना सभी के मनों में जागृत हो पाती कुम्हार तो घड़े बना देगा आपके अनुरोध पर आपकी पसंद के ! लेकिन जलाने वालों के भावों को भी तो समझना होगा ना.....वैसे आपने एक सुंदर कल्पना की है भाईचारा स्थापित करने की ......! आपको दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं ..!
deepawali ki shubhkamnayen....
ReplyDeleteसुन्दर भावनायें! आपको भी दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteएकता को सशक्त करती सुन्दर पंक्तियाँ..
ReplyDeleteदिवाली की शुभकामनाएँ
आभार
Achchhi Rachana.
ReplyDeleteTRILOK SINGH THAKURELA
triloksinghthakurela.blogspot.com
ये दीया अवश्य जलेगा-- हमसबों के आस्था और विश्वास का.बहुत सुन्दर लिखा है..
ReplyDeleteबहुत हि सुन्दर रचना|
ReplyDeleteदिवाली कि हार्दिक शुभकामना!
@अनिल अवतार : बहुत -बहुत धन्यवाद , अपना होने का अधिकार देने के लिए. दीवाली की शुभकामनायें.
ReplyDelete@P. Dwivedi : Thank you for appreciation and support. Happy Diwali.
@इमरान अंसारी : शुक्रिया ! आपके घर में भी खुशियों के दीप जगमगाएं.
बहुत सुंदर पंक्तियाँ ... हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteनिश्चित ही आस्था व विश्वाश के दीपों को जलाये रखना होगा.
ReplyDeleteदीपोत्सव की शुभकामनायें.
@डॉ जेन्नी शबनम , उमेश महादोषी और सुमन 'मित' : आप सबका शुक्रिया . दीवाली की ढेर साडी शुभकामनायें.
ReplyDelete@केवल राम : अगर दीया जलनेवाली कि भावना 'विशेष' दीया बनवाने वाले के जैसी हुए, तो मेरी कल्पना जल्दी हकीकत का रूप लेगी. धन्यवाद और दीवाली की शुभकामनायें.
सुनो.. मेरे भाई
ReplyDeleteभाई कुम्हार !
मेरी छोटी सी विनती
कर लो स्वीकार
भूलूँगा नहीं..
कभी तेरा उपकार
अबकी बार..
जो मिटटी लाना
दीये बनाने को
उसमें है मुझे मिलाना
और चार मुठ्ठी मिटटी
बच्चों का मन रखने को
क्योंकि..अब भी शेष है..
आस्था और विश्वास
मन में हम-सबके ,
कि कुछ तो प्रभाव छोड़ेगी ..
मुठ्ठी भर पवित्र मिटटी
लाया हूँ जिसे
मस्जिद, मंदिर, गिरिजा और गुरूद्वारे से acchii prastuti
Prabhudayal Shrivastava 12 Shivam Sundaram Chhindwa M.P.
खुदा आपकी दुआ कबूल करें, हम भी जलाएंगे दीये आस्था और विश्वास के!!
ReplyDeleteआपकी रचनाओं में सीधे , सरल हिंदी के शब्दों से जन-मानस में विचार-क्रांति लाने की विशेष क्षमता है!!
दिवाली की शुभकामनायें.
अंजली 'खुशी'
Waah..! Kya khoob aarjoo ki hai aapne.. Shbhan allah..
ReplyDeleteHappy Diwali
***शुभ दीपावली ***
ReplyDeleteHi Santosh, bahut achi rachna hai aapki. Diwali ke pavan afsar par yehi umeed karti hu ki har insaan aapki tarah soche aur is kavita se prerna le. Aapko aur aapke parivaar ko Diwali ki hardik shubkamnaye! :)
ReplyDeleteदीपोत्सव के पावन पर्व पर आपको और आपके ब्लॉग के सभी पाठकों सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और वैभव की शुभकामनायें.
ReplyDeleteनयी रचना प्रेरक है!! ब्लॉग का नया रूप मनमोहक लगा.
bahut sarthak rachna hai.
ReplyDeleteDeepawali ki shubhkamnaen!
गहरी संवेदनाएं लिए सामयिक रचना ... बहुत ही प्रेरक ...
ReplyDeleteआपको दीपावली की मंगल कामनाएं ...
@Smart Indian : शुक्रिया!
ReplyDelete@प्रतीक माहेश्वरी : आज भी हमारे राष्ट्र की सबसे बड़ी जरूरत 'एकता' ही है. धन्यवाद.
@त्रिलोक सिंह : धन्यवाद!
@अमृता तन्मय : सबके विचार एक हों तो रोशनी से जगमगा उठेगा हमारा देश. धन्यवाद.
आप सबों को दीपोत्सव की शुभकामनायें.
"मुठ्ठी भर पवित्र मिटटी
ReplyDeleteलाया हूँ जिसे
मस्जिद, मंदिर, गिरिजा और गुरूद्वारे से"
अत्यंत पावन और सुंदर भाव और उतनी ही सुंदर प्रस्तुति! बधाई!
wahh..
ReplyDeletelajawab
बहुत खूबसूरत खयाल से बुनी रचना
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