Sunday, January 8, 2012

अन्ना का संघर्ष !


कैसे जुटेंगे ?
कैसे साथ देंगे ??
लाखों लोग
अन्ना के आंदोलन में
अन्ना के अनशन में
भ्रष्टाचार मिटाने को

अब भी
जुटे रहतें है
करोड़ों जन
दिन – रात , चौबीसों घंटे
बुझाने को
पेट की आग,
जुटाने को
दो जून रोटी
और मुट्ठी भर अन्न !

Copyright@संतोष कुमार ''सिद्धार्थ'', २०१२




5 comments:

  1. संतोष जी , आम जन के भयावह सत्य को सुन्दर शब्द दिया है आपने . वो गेंहूँ और गुलाब जहन में उभर गया .

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  2. फिर वही जीवन का संघर्ष..

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  3. बहुत खूब.......यही सच है |

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  4. sahi kaha hai apne jo log do roti ki jagad me din rat mehnat karate hai wo anna ka sath kaise de payenge...
    satik rachana...

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बताएं , कैसा लगा ?? जरुर बांटे कुछ विचार और सुझाव भी ...मेरे अंग्रेजी भाषा ब्लॉग पर भी एक नज़र डालें, मैंने लिखा है कुछ जिंदगी को बेहतर करने के बारे में --> www.santoshspeaks.blogspot.com .