मेरे कोट की बटन होल में,
एक गुलाब खोंस दूं
तेरे बालों के जूडे में.
देखें...
कौन किस पर मर मिटता है?
तू.. मुझपर,
या फिर
ये गुलाब मर मिटे
हमारी किस्मत पर.
अगर जो कोई
ज़माने में
देखकर हमें जले
उसके भी घर
टोकरी भर गुलाब !!
Copyright@संतोष कुमार ‘सिद्धार्थ’, २०१२
आप सबों को 'प्रेम-दिवस' (Valentine Day) की हार्दिक शुभकामनाएं. एक विनम्र निवेदन है कि अगर दुनिया में खुशी, मुस्कान और प्यार बिखेरना चाहते हों तो गुलाब भेंट करना ना भूलें.
:-)
ReplyDeleteबहुत सुन्दर.
शुभकामनाएँ.
सुंदर...
ReplyDeletegulaab see mehektee rachnaa!!
ReplyDeleteखुबसूरत जज़्बात....आपको भी शुभकामनाये......अगर महबूब दूर हो तो गुलाब कैसे दें ?
ReplyDeleteअरे गुलाबो सी महकती रचना मन को भा गई ......
ReplyDeletebadi alag si rachna
ReplyDelete