१.
अवसर
खड़ा है
हर चौराहे पर,
मोड पर,
सुनसान रास्तों में भी
साथ हो लेता है
हर एक
साहसी , जोशीले का
जो उस से नजरें मिलाये ,
और सामना करे खतरों का,
नहीं तो
अवसर भी
फिकरे कसता है,
ताने मारता है
गुजर जाए जो सामने से ,
नज़रे झुकाए, नजरें छिपाए.
२.
सभी
बनाने की कोशिश में हैं
सुन्दर से सुन्दर
तस्वीर जिन्दगी की
पर
सबसे खूबसूरत तस्वीर
उसी की रही,
जिसने परवाह ना की
दिन-रात की..
दुपहरी की..
और चलता रहा
अपने पथ पर
आत्मविश्वास को,
लगन को
अपना हमसफ़र बना
बिना थके ...अनवरत.
Copyright@संतोष कुमार 'सिद्द्धार्थ', 2012
अवसर
खड़ा है
हर चौराहे पर,
मोड पर,
सुनसान रास्तों में भी
साथ हो लेता है
हर एक
साहसी , जोशीले का
जो उस से नजरें मिलाये ,
और सामना करे खतरों का,
नहीं तो
अवसर भी
फिकरे कसता है,
ताने मारता है
गुजर जाए जो सामने से ,
नज़रे झुकाए, नजरें छिपाए.
२.
सभी
बनाने की कोशिश में हैं
सुन्दर से सुन्दर
तस्वीर जिन्दगी की
पर
सबसे खूबसूरत तस्वीर
उसी की रही,
जिसने परवाह ना की
दिन-रात की..
दुपहरी की..
और चलता रहा
अपने पथ पर
आत्मविश्वास को,
लगन को
अपना हमसफ़र बना
बिना थके ...अनवरत.
Copyright@संतोष कुमार 'सिद्द्धार्थ', 2012
बहुत खूबसूरत....
ReplyDeleteकाश हम भी बना पाते एक सुन्दर तस्वीर....
अनु
कोशिशें कामयाब होती हैं ..सतत प्रयास में लगें रहे. आपकी सफलता की शुभकामनायें.
Deleteचलता रहा
ReplyDeleteअपने पथ पर
आत्मविश्वास को,
लगन को
अपना हमसफ़र बना
बिना थके ...अनवरत.
वाह ... बहुत खूब अनुपम भाव संयोजित किये हैं आपने
बहूत सुंदर कोमल भाव से लिखी रचना...
ReplyDeleteबहूत सुंदर....:-)
प्रेरित करती कविता
ReplyDeleteवाह ! बहुत सुन्दर ..पूर्ण सत्य सा..आत्मसात करने योग्य..
ReplyDeleteउम्दा
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